जनाधिक्य से बढ़ती सामाजिक-आर्थिक समस्याएं
किसी भी देश का आर्थिक विकास प्राकृतिक संसाधनों तथा जनसंख्या के आकार, बनावट तथा कार्यक्षमता पर निर्भर करता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो जनसंख्या के लिहाज से भारत का विश्व में दूसरा स्थान है। 30 अप्रैल 2013 को जारी जनगणना 2011 के अंतिम आंकड़ों के अनुसार द...
रूस में पुतिन से बेहतर कौन
रूस की 78 फीसदी जनता ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि रूस की उन्नति और तरक्की के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को साल 2036 तक राष्ट्रपति पद पर कार्य करना चाहिए। पुतिन के राष्ट्रपति पद का दूसरा कार्यकाल साल 2024 में पूरा होने वाला था, लेकिन अब संवि...
कुवैत ने गहराया भारत का संकट
कोरोना महामारी एवं प्रकोप से उपजी समस्याएं इस सदी का सबसे बड़ा वैश्विक संकट है। इसका विस्तार और गहराई बहुत ज्यादा है। इस सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से पृथ्वी पर 7.8 अरब लोगों में से हर एक को खतरा है। इस बीमारी ने पूरे विश्व-के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिय...
अपने आप में कानून
यह संयोग नहीं है कि कोरोना महामारी के दौरान पुलिस उत्पीड़न की शिकायतें प्राप्त हुई हैं बल्कि यह महामारी कानून के नियम को नजरंदाज करने के लिए पुलिस के लिए एक बहाना बन गया। प्रवासी मजदूरों, दुकानदारों, पटरी दुकानदारों, आदि की पिटाई और उनको गाली देना आम बात हो गयी है। कर्फ्यू के दौरान सड़क पर लोगों की कान पकडकर परेड कराना भी आम देखने को मिला।
मंहगाई भड़काएगी पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतें
विशेषज्ञों का कहना है कि अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ने के साथ महंगाई भी बढ़ने का खतरा है। कीमतों में यह बढ़ोतरी अगले कुछ दिनों तक और जारी रह सकती है। डीजल मूल्य वृद्धि से माल परिवहन की दर बढ़ेगी तो बाजार में रोजमर्रा की आवश्यकता की वस्तुयें भी मंहगी होना लाजिमी है।
टिड्डी एवं अन्य कीट भी करते हैं प्रवास यात्राएं
अब तक सुना था कि पक्षी ही प्रवास यात्राओं पर सारी सीमाओं का उल्लंघन कर निकलते हैं, पर नए वैज्ञानिक अनुसंधानों से पता चला है कि टिड्डी एवं अन्य कीट-पतंगे भी पक्षियों की तरह समूहों में प्रवास यात्राएं करते हैं। हालांकि इनमें टिड्डियों को छोड़ ज्यादातर क...
आप भी हो सकते हैं साईबर क्राईम के अगले शिकार
तुलसी (एक काल्पनिक नाम) ने एक दिन दोपहर को अपना व्हाट्सएप मैसेज चैक किया जो कि फ्लिपी*** नाम की एक वैबसाईट से आया था, जिस पर मोबाईल, टीवी, कपड़े, जूतों व अन्य ढेरों सामान बहुत ही भारी छूट के साथ बिक रहा था। तुलसी ने तत्काल अपने लिए एक मोबाईल ऑर्डर किय...
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत
सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी (अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन) और दस अस्थाई (कुल 15) सदस्य होते हैं। अस्थायी सदस्यों का निर्वाचन महासभा द्वारा दो वर्ष की अवधि के लिये किया जाता है। 1966 से पहले सुरक्षा परिषद के सदस्यों की संख्या 11( 5 स्थायी ...
सीमा सड़क को लेकर कहां खड़ा है भारत
तिब्बत के गोंकर हवाई अड्डा किसी भी मौसम में वह उपयोग करता है। जहां लड़ाकू विमानों की तैनाती की गयी है। तिब्बत और यूनान प्रान्त ने वृहद् मात्रा पर सड़क और रेल नेटवर्क का सीधा तात्पर्य है कि चीनी सेना केवल 48 घण्टे में भारत-चीन सीमा पर आसानी से पहुंच सकत...
स्वदेशी का सफर : आजादी के पहले और वर्तमान भारत
लेखक
नवीन कुमार यादव
गालवान घाटी में अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीर जवानों शहादत को प्राप्त हो गए, मैं उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। आज देश चौतरफा संकट की परिस्थितियों से घिरा हुआ है। आज देश अपने वीर जवानों रियल हीरो के साथ एकजुट एक आवाज...
लद्दाख में चीन का खेल
चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को कूटनयिक, आर्थिक और सैनिक प्रतिरोधक क्षमता अर्जित करनी होगी। पिछले सात दशकों से जिस सीमा का निर्धारण नहीं हुआ उसके बारे में कदम उठाने होंगे। भारत को अपनी चीन नीति को बदलते समय आवश्यकताओं के अनुसार बदलना होगा और वास्तविक नियंत्रण रेखा को परिभाषित करना होगा।
आविष्कार से निकलेगी नई राह
भारत को अगर वैश्विक परिदृश्य पर अपनी अलग पहचान बनानी है, और चीन का विकल्प बनना है। तो उसके समानांतर एक दूसरी रेखा खींचने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। करना यह होगा कि भारतीय ज्ञान परम्परा और शोध को महत्व देने की दिशा में बढ़ें। देश की श्रम शक्ति को व्यापक स्तर पर प्रशिक्षित कर उन्हें कुशल बनाना होगा। शोध का दायरा बढ़ाना होगा।
चीनी बौखलाहट का परिणाम है, सैन्य झड़प
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प ने चीन का वास्तविक चेहरा उजागर कर दिया है। हिसंक टकराव में भारत के 20 सैनिक व चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने का समाचार हैं। साढे चार दशकों के बाद यह पहला अवसर है, जबकि सैन्य झड़प में इतनी बड़ी...
चीन के खिलाफ निर्णायक फैसले का वक्त
भारत- चीन के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवानों को शहादत से देश में उबाल है। निश्चित रूप से यह घटना भारत के लिए बड़ी चुनौती है। चीन के विश्वास में आकर हमें भारी नुक्सान उठाना पड़ा है। एक कर्नल समेत 20 सैनिकों की मौत हमारे लिए बड़ी क्षति है। चालबाज चीन ए...
कोरोना से मुकाबले में हार की ओर?
कोरोना महामारी के इस मौसम में मैं दो सच्चाई आपके सामने रख रही हूं। पहली कल कभी नहीं आता और दूसरा जैसा कि अर्थशा़स्त्री जान किंग्स ने कहा था: दीर्घावधि में हम सभी मर जाएंगे। आज लगता है भारत अंधेरे में है क्योंकि यहां पर कोरोना महामारी के बाद लॉकडाउन क...