कोरोना से लड़ाई में योग सबसे अहम
कोरोना महामारी से मुक्ति में योग की विशेष भूमिका है। कोरोना महाव्याधि से पीड़ित विश्व में योग इसलिये वर्तमान की सबसे बड़ी जरूरत है, क्योंकि नियमित योग करने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जहां कोरोना श्वसन तंत्र पर हमला करता है, वहीं योग उसी श्वसन तंत...
हिंदी दिवस, हिंदी के कोहिनूर- बाबा कामिल बुल्के
फादर कामिल बुल्के का जन्म 1 सितम्बर, 1909 को बेल्जियम के पश्चिमी फ्लैंडर्स स्टेट के रम्सकपैले नामक गाँव में हुआ। उनके पास सिविल इंजीनियरिंग में बी.एस.सी डिग्री थी, जो उन्होंने लोवैन विश्वविद्यालय से प्राप्त की। 1934 में उन्होंने भारत का संक्षिप्त द...
नौकरशाही को सुधारने की ठोस पहल
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नौकरशाही में व्यापक सुधार के लिए 'मिशन कर्मयोगी' को मंजूरी दे दी। इसका उद्देश्य ऐसे लोक सेवक तैयार करना है, जो अधिक रचनात्मक, चिंतनशील, नवाचारी, व्यावसायिक और प्रौद्योगिकी सक्षम हों। मिशन कर्मयोगी का उद्देश्य पारदर्श...
अर्थव्यवस्था में सुधार: मध्यावधि योजना आवश्यक
कोरोना महामारी के चलते उपभोक्ता द्वारा व्यय में गिरावट आई। प्रावइेट निवेश प्रभावित हुआ और निर्यात में कमी आई जिसका अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव पड़ा। हालांकि यह संकट अभूतपूर्व था किंतु सरकार के नीति-निर्माता और अर्थशास्त्री इस संकट से बेहतर ढंग से नि...
फेक न्यूज V/s बियोंड फेक न्यूज
माइक्रोसॉफ्ट की सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं को फर्जी खबरों का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है। देश में फर्जी खबरों का प्रसार वैश्विक औसत से कहीं ज्यादा है। कंपनी की ओर से दुनिया के 22 देशों में किए गए सर्वेक्षण के बाद...
लद्दाख में टकराव, कौन विजयी होगा?
पड़ोसी या दुश्मन? दोनों। वास्तव में भारत और चीन के संबंध उतार-चढ़ाव पूर्ण हैं और यह इस बात पर निर्भर करता है कि राजनीतिक हवा किस दिशा में बह रही है। वर्तमान में दोनों देश एक दूसरे के सामने टकराव की मुद्रा में हैं। दोनों अपने-अपने रूख पर कायम हैं कि हमा...
सामाजिक विकास का स्तंभ है साक्षरता
अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (8 सितम्बर) पर विशेष
लोगों को साक्षरता के महत्व के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 8 सितम्बर को विश्वभर में ‘अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ मनाया जाता है। दुनिया से अशिक्षा को समाप्त करने के संकल्प के साथ आज...
बुरी नीयत वाले चीन से सावधान रहना होगा
एक बार फिर धोखेबाज चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के करीब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर छेड़छाड एवं झड़प का दुस्साहस दिखाया, जिसे भारतीय सैनिकों द्वारा असफल कर दिया गया और रणनीतिक रूप से अहम एक चोटी पर कब्जा भी कर लिया। इस घटना के बाद चीन के ...
अमेरिकी चुनाव में भारत एक कारक
संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनावों पर संपूर्ण विश्व की नजरें लगी रहती हैं। नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव की ओर लोगों का ध्यान ज्यादा जा रहा है क्योंकि वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस चुनाव में फिर से मैदान में उतरेंगे।
भार...
कानून में संशोधन की आवश्यकता
प्रशांत भूषण मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय ने एक बार फिर से नई बहस को जन्म दिया है। इस मामले ने न्यायालय की अवमानना कानून में संशोधन के महत्वपूर्ण प्रश्न को उठाया है। इस कानून के पक्ष और विपक्ष में मजबूत तर्क दिए गए हैं। यदि कोई कानून बनाया जात...
बैंक अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवित कर पाएंगे?
बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति को समझना कठिन है। कोरोना महामारी फैलने से महीनों पहले अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही थी और यह वित्तीय वर्ष अर्थव्यवस्था के लिए उत्साहजनक नहीं रहने वाला है किंतु बैंकिंग क्षेत्र को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता है और ...
पहली बार पांच रत्नों को मिले ‘खेल रत्न’ पुरस्कार
एक जमाना था, जब हम बचपन में सुनते थे, ‘खेलोगे कूदोगे, बनोगे खराब। पढ़ोगे लिखोगे, बनोगे नवाब।’ लेकिन आज खेलों की दुनिया कैरियर को लेकर भी पूरी तरह बदल चुकी है। खेल अब महज खेल नहीं रह गए हैं बल्कि कैरियर का बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रहे हैं। विभिन्न खेल स...
अंतत: मेधा जीती, कोविड हारा
अंतत: देश की बड़ी अदालत ने यूजी और पीजी के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर अपना ‘सुप्रीमो’ फैसला सुना दिया है। फाइनल ईयर के हर स्टुडेंट्स को एग्जाम में बैठना होगा। हालांकि देश की करीब 800 यूनिवर्सिटीज में से 290 में फाइनल ईयर की परीक्षाएं कराई जा चुकी...
महंगा पड़ा पुतिन का विरोध
रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी व प्रमुख विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी को जहर दिये जाने का मामला सामने आया है। एलेक्सी को पिछले दिनों बेहोशी की हालात में साइबेरिया के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस वक्त वो कोमा में है। कहा जा ...
वायु प्रदूषण के कहर से घटती जीवन प्रत्याशा
वायु प्रदूषण का प्रभाव मानव शरीर पर निरन्तर घातक होता जा रहा है। वर्ष 1990 तक जहां 60 फीसदी बीमारियों की हिस्सेदारी संक्रामक रोग, मातृ तथा नवजात रोग या पोषण की कमी से होने वाले रोगों की होती थी, वहीं अब हृदय तथा सांस की गंभीर बीमारियों के अलावा भी बह...