पंजाब के मोगा में बना बैठा था मंदिर का पुजारी
उचाना (सच कहूँ न्यूज)।
थाना पुलिस को उस समय बड़ी कामयाबी मिली जब 14 साल पहले हत्या के मामले में फरार ईनामी बदमाश को पुलिस ने काबू कर लिया। पकड़ा गया अपराधी हत्या के मामले में दोषी था, वह पंजाब के मोगा में एक मंदिर में पुजारी बनकर छिपा बैठा था। उसे नरवाना की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया कि सतपाल 5 नवंबर 2004 को 6 सप्ताह की पेरोल पर आया था। निर्धारित पेरोल के बाद वह वापिस जेल नहीं पहुंचा बल्कि फरार हो गया। कई साल तक राजस्थान के भरथपुर में अलग-अलग जगह पर रहा। करीब 10 साल पहले पंजाब के मोगा में माता का मंदिर बना कर वहां पुजारी बन कर रह रहा था। पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि भगौड़ा सतपाल उर्फ पाला मोगा में माता के मंदिर में पुजारी बन कर रह रहा है।
यहां पर पुलिस ने दबिश देकर उसको पकड़ा तो उसने पूछताछ में कबूला कि वह पेरोल पर आने के बाद वापिस नहीं गया। कई साल तक राजस्थान में रहने के बाद करीब दस साल से मोगा में खुद माता का मंदिर बना कर उसमें पुजारी बन कर रह रहा है।
2002 में की थी हत्या, कोर्ट ने सुनाई थी उम्रकैद की सजा: उचाना थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया कि 26 नवंबर 2002 को सतपाल व उसके अन्य 9 साथियों राजेन्द्र, राजा, अमृत, शिवनारायण, रणधीर, विजय, मनोज, लखमी, राजेन्द्र ने पुरानी पारिवारिक रंजिश के कारण गांव के ही लक्ष्मण की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसकी शिकायत राजमल ने पुलिस को दी पुलिस ने मामला दर्ज आगामी कार्रवाही की और मामला अदालत में चला। अदालत ने 2004 में सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। सतपाल उर्फ पाला को भी उम्रकैद हुई।
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