बिखरने लगे राज्यों की पारंपरिक कलाओं के रंग

Geeta Jayanti, Festival, Haryana

अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव। दिखाई दे रही स्वर्णिम भारत की झलक,
कलाकारों के साथ उमड़े कला के कद्रदान,पर्यटकों की जुटी भीड़

  • सरस मेले में लगे हैं 22 राज्यों के 300 से ज्यादा स्टाल
  • दिवारों पर पेंटिंग से दिख रहा महाभारत का नजारा

कुरुक्षेत्र(सच कहूँ न्यूज)। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का आगाज हो चुका है। हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने घंटी बजाकर इस अंतर्राष्टीय महोत्सव की शुरूआत की। सरस मेले के साथ ही क्राफ्ट मेले का भी शुभारंभ हो गया जिसमें 22 राज्यों के 300 से ज्यादा स्टाल लगे हैं। 17 दिन तक चलने वाले इस मेले में 21 राज्यों के शिल्पकार व कलाकार अपनी हस्तशिल्प के साथ पहुंचे हैं जो कि पर्यटकों को अलग-अलग राज्यों की लोक कलाकृतियों से रूबरू करवाएंगे साथ ही कुरुक्षेत्र की विभिन्न दिवारों पर पेंटिंग के माध्यम से महाभारत के व्याख्यान को प्रस्तुत करेंगे।

Geeta Jayanti, Festival, Haryana

शनिवार को नगर परिषद की चेयरमैन उमा सुधा, उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने विधिवत रूप से इस कार्य का शुभांरभ किया। इस मौके पर उपायुक्त सुमेधा कटारिया, सीईओ पूजा चांवरिया,केडीबी सदस्य सूचि स्मिता ने भी दिवार पर पेंटिंग की। इस मौके पर उमा सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र महोत्सव में अलग-अलग प्रांत के पारम्परिक कला के रंग बिखरेंगे।

महोत्सव में पहुंचने वाले पर्यटकों को इन चित्रों के माध्यम से अलग-अलग राज्यों की लोक शैली को समझने के साथ-साथ आध्यात्मिकता के भी दर्शन होंगे। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि महोत्सव में इन लोक कलाकारों के चित्रों से जहां पर्यटक इनकी कला से रूबरू होंगे,वहीं दूसरे राज्य से आए कलाकारों को भी अलग-अलग प्रातों के लोक कला को देखने व सीखने का अवसर मिलेगा।

ये सभी लोक कलाकार अपने-अपने राज्यों की लोक कला का प्रदर्शन करेंगे। अलग-अलग प्रदेशों से 300 से ज्यादा कलाकार गीता महोत्सव में पहुंचे हैं जोकि कुरुक्षेत्र के विभिन्न जगहों पर दिवारों पर पेंटिंग करेंगे। इन कलाकारों में गुजरात से आई पूर्वी सोंलकी ने बताया कि वे स्वराष्ट्र लोक शैली की चित्रावली बनाएंगे जिसमें महाभारत में हुए छलकपट का दृश्य प्रस्तुत करेंगे।

Geeta Jayanti, Festival, Haryana

इसी प्रकार हैदराबाद तेलंगाना से पहुंचा दल चेरीयाल पेंटिंग करेंगे। इस दल की सदस्य दीपिका और पवन ने बताया कि यह उनका पुस्तैनी कार्य है,लगभग 400 वर्षो से उनके पूर्वज इस कला का प्रदर्शन करते आए हंै।

चेरीयाल पेंटिंग ने महाभारत और रामायण काल की गाथा दर्शाई जाती है,इसके साथ-साथ इस कलाकृति का चित्रण 30 मीटर कपड़े पर करके पूरी महाभारत की गाथा को दर्शया जाता है।

बनारस यूनिवर्सिटी के फाईन आर्ट के स्नातकोत्तर महेंद्र भगत बनारसी शैली में गीता सार का चित्रण करेंगे। महाराष्ट्र जलगांव के आए कलाकारों रंगोली तथा बिहार से आए कलाकार मधुबनी पेंटिंग का प्रदर्शन करेंगे।

इस अवसर पर थानेसर विधायक सुभाष सुधा, लाडवा विधायक डॉ. पवन सैनी, उपायुक्त सुमेधा कटारिया, केडीबी के मानद सचिव अशोक सुखीजा व पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग प्रमुख रूप से मौजूद थे।

 

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