रेलवे ट्रैक पर मिली तीन दोस्तों की लाश, धड़ से अलग था एक सिर

Fatehabad

दिल्ली-भंटिडा रेलवे मार्ग पर गांव कालवन के पास मिले शव

नरवाना/टोहाना (सच कहूँ न्यूज)। दिल्ली-भंटिडा रेलवे मार्ग पर गांव कालवन में बुर्जी नं 186 के पास रेलवे ट्रैक पर तीन दोस्तों (Fatehabad) के लहुलुहान शव मिलने से सनसनी फैल गई जिनमें से दो युवकों के शव आपस में लिपटे हुए थे व एक का सिर धड़ से अलग दूर पड़ा था।

पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी है। बता दें कि फतेहाबाद (Fatehabad) जिले के गांव कन्हड़ी निवासी नवीन पुत्र सुंदर, अशोक पुत्र सत्यवान व मोनू पुत्र कृष्ण तीनों दोस्त थे और पिछले 4-5 सालों से अधिकांश समय साथ बिताते थे।

FatehabadFatehabadFatehabadकुरू क्षेत्र जाने की बात कहकर निकले थे घर से

मंगलवार को भी तीनों दोस्त इकट्ठे थे और दोपहर बाद कुरू क्षेत्र जाने की कहकर घर से निकले थे लेकिन मंगलवार रात्रि कन्हड़ी गांव से 6 किलोमीटर दूर कालवन गांव के पास रेलवे लाइन पर तीनों दोस्तों के शव मिले। राहगीरों ने इसकी सूचना रेलवे पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे रेलवे पुलिस के एसएचओ बलवंत सिह व नरवाना चौंकी इंचार्ज सतबीर सिंह ने मौके का मुआयना किया। मौके पर एक मृतक के फोन की आवाज सुनकर पुलिस ने परिजनों को हादसे की सूचना दी। सुसाइड की सूचना मिलने पर परिजनों के होश उड़ गए।

रेलवे पुलिस तीनों शवों को नागरिक अस्पताल लेकर पहुंची। बताया जा रहा है कि मृतक नवीन 12 वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद फोटोग्राफी की दुकान पर कार्य करता था जबकि मोनू दसवीं कक्षा का छात्र था। मृतक अशोक ने आइटीआई टोहाना से इलेक्ट्रिशन का डिप्लोमा किया था और गांव में ही बिजली रिपेयर का काम करता था। मृतक नवीन तीन भाई थे और उसके दो भाई कन्हड़ी गांव में राज फोटो स्टूडियो के नाम से फोटो ग्राफी की दुकान चलाते हंै। नवीन भी बारहवीं पास करने के बाद फोटोग्राफी की दुकान पर कार्य करता था। लेकिन नवीन का फोटोग्राफी के काम में ध्यान कम था और किसी दूसरे काम की तलाश में था।

बताया गया कि नवीन के चचेरे भाई ने हिसार के एक जिम में नौकरी की बात की थी और जल्द ही नौकरी पर जाना था लेकिन अनहोनी के आगे किसी की नहीं चली और नवीन ने अपने दो दोस्तों के साथ ट्रेन के आगे कूद सुसाइड कर लिया।

एक साथ जली तीन चिताएं, गांव में छाया मातम

बुधवार को जिला फतेहाबाद (Fatehabad) के गांव कन्हड़ी में एक श्मशान में एक साथ तीन चिताएं जली जिसको लेकर पूरे गांव में मातम का माहौल रहा। श्मशान घाट में गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम थी।

गांव में पूरे दिन तीनों दोस्तों की दोस्ती की बातें चलती रही और हर कोई तीनों के सुसाइड के कारण को खोजता रहा। लेकिन किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर तीनों ने सुसाइड क्यों किया।

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